यार, आज मैं एक अजीब चीज़ के बारे में बात करने जा रहा हूँ, जो मैंने देखी है। बुजुर्ग लोग जो वॉकर का इस्तेमाल करते हैं, उनके वॉकर के पैरों में टेनिस बॉल क्यों लगाते हैं? ये जानने के लिए मैंने थोड़ी रिसर्च की और कुछ प्रयोग भी किए।
सबसे पहले, मैं अपने दादाजी के घर गया। वो भी वॉकर इस्तेमाल करते हैं और हाँ, उनके वॉकर के पैरों में भी टेनिस बॉल लगी हुई थीं। मैंने उनसे पूछा कि ये टेनिस बॉल क्यों लगाई हैं, तो उन्होंने बताया कि इससे वॉकर ज़मीन पर फिसलता नहीं है और ज़्यादा स्थिर रहता है।
फिर, मैं खुद ये ट्राई करने के लिए एक पुराना वॉकर ढूंढ लाया। मैंने उसके पैरों में टेनिस बॉल लगाईं और उसे इस्तेमाल करके देखा। हाँ, ये सच था! टेनिस बॉल लगाने से वॉकर वाकई में ज़्यादा स्थिर हो गया था। खासकर, चिकनी ज़मीन पर चलते समय ये बहुत काम आया।

इसके बाद, मैंने थोड़ा और सोचा। बुजुर्ग लोगों को चलने में परेशानी होती है, उनके लिए ज़मीन पर फिसलन बहुत खतरनाक हो सकती है। टेनिस बॉल रबर की बनी होती हैं और जैसा कि मैंने नेट पर कुछ पढ़ा था वल्केनाइज्ड रबर के आविष्कार ने टेनिस में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, मतलब ये घर्षण पैदा करती हैं। तो, ये वॉकर को फिसलने से रोकती हैं और गिरने का खतरा कम करती हैं।
मैंने ये भी देखा कि टेनिस बॉल लगाने से वॉकर की आवाज़ भी कम हो जाती है। बिना बॉल के, वॉकर ज़मीन पर खिसकता है तो बहुत शोर करता है।
अंत में, मैं समझ गया कि ये जुगाड़ कितना काम का है। ये न सिर्फ वॉकर को ज़्यादा स्थिर बनाता है, बल्कि उसे इस्तेमाल करने वाले बुजुर्गों को भी ज़्यादा सुरक्षित महसूस कराता है।
- वॉकर को स्थिर बनाता है
- फिसलन कम करता है
- आवाज़ कम करता है
- बुजुर्गों को ज़्यादा सुरक्षा देता है
तो, अगली बार जब आप किसी बुजुर्ग को टेनिस बॉल लगे वॉकर के साथ देखें, तो समझ जाइएगा कि ये कोई फैशन नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा का इंतज़ाम है।