अरे, आज मैं तुमसे बात करुंगी ये गोल्डन चार्ट गोल्डन चार्ट के बारे में। ये क्या चीज़ है, कैसे काम करता है, सब बताउंगी। तुम लोग ध्यान से सुनना, ठीक है?
आजकल सब सोना सोना करते रहते हैं। सोना पहनो, सोना खरीदो, सोने में पैसा लगाओ। अरे, तो ये गोल्डन चार्ट भी सोने से जुड़ा हुआ है। अब ये समझ लो कि ये एक तरह का हिसाब किताब रखने का तरीका है। जैसे तुम्हारे घर में हिसाब होता है न, दूध का, सब्ज़ी का, वैसे ही ये सोने का हिसाब रखने का चार्ट है।
अब पहले ज़माने में तो लोग सोना खरीद के घर में रख लेते थे। चोरी चकारी का डर रहता था। फिर बैंक में लॉकर में रखने लगे। उसका भी खर्चा होता है। फिर ये क्या, आजकल ये गोल्डन चार्ट में लोग अपना सोना डालते हैं। अब इसमें क्या है न, तुमको सोना घर में नहीं रखना पड़ेगा। तुम बस इसमें पैसा डालो और ये तुम्हारे नाम से सोना खरीद लेंगे।

और पता है, इसमें क्या क्या होता है:
- तुम थोड़ा थोड़ा पैसा भी डाल सकते हो। जैसे तुम्हारे पास एक ग्राम सोने का पैसा है, तो तुम एक ग्राम सोना खरीद लो इसमें।
- फिर जब सोने का दाम बढ़ेगा, तो तुम्हारा पैसा भी बढ़ेगा। और जब दाम घटेगा तो पैसा घटेगा।
- तुमको जब पैसा निकालना हो, तुम निकाल सकते हो।
अब ये सब होता कैसे है, ये भी सुन लो। ये जो गोल्डन चार्ट वाले होते हैं, वो तुम्हारा पैसा लेके सोना खरीदते हैं। फिर वो सोने का दाम देखते रहते हैं। जैसे जैसे दाम ऊपर नीचे होता है, वैसे वैसे तुम्हारे पैसे का भी हिसाब होता रहता है।
अब तुम कहोगे, इसमें फायदा क्या है? अरे, फायदा ही फायदा है। देखो:
- तुमको सोना घर में नहीं रखना पड़ेगा, तो चोरी का डर नहीं।
- लॉकर का खर्चा नहीं लगेगा।
- थोड़ा थोड़ा पैसा डाल के भी सोना खरीद सकते हो।
- जब मन करे पैसा निकाल लो।
और पता है, आजकल तो सब डिजिटल हो गया है। तुम अपने मोबाइल से ही ये सब कर सकते हो। तुमको कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है। बस घर बैठे बैठे, अपना गोल्डन चार्ट देखो और पैसा डालो निकालो।
पहले तो लोग डरते थे, कि ये सब कैसे होगा, पैसा डूबेगा तो नहीं? लेकिन अब तो सब ठीक है। सरकार भी देखती रहती है ये सब। तो डरने की कोई बात नहीं है।
और हाँ, इसमें एक और चीज़ होती है, टीडीआर। ये टीडीआर क्या होता है? जैसे तुम टिकट खरीदते हो रेल का, और फिर नहीं जाते, तो टिकट कैंसिल करते हो न? वैसे ही इसमें भी होता है। अगर तुमने पैसा डाला और फिर तुमको नहीं चाहिए, तो तुम टीडीआर भर के अपना पैसा वापस ले सकते हो।

अब ये गोल्डन चार्ट वाले भी कई तरह के होते हैं। कोई गोल्डन नाईट चार्ट होता है, कोई कुछ। तुमको जो सही लगे, उसमें पैसा डालो। लेकिन हाँ, सब देख सुन के करना। ऐसे ही किसी के कहने पे मत डाल देना पैसा।
और ये जो आधार कार्ड होता है न, वो भी ज़रूरी होता है इसमें। अब तो बच्चों का भी आधार कार्ड बनता है, नीला वाला। तो वो भी बनवा लेना। काम आता है।
एक और बात, ये जो तुम लोग सोना खरीदते हो, तो ध्यान रखना कि पक्का सोना हो। आजकल तो बहुत मिलावट होती है। 99.5% शुद्धता वाला सोना लेना। ये सब गोल्डन चार्ट में लिखा होता है, कितना शुद्ध सोना है।
और ये जो डीमैट खाता होता है, वो भी खुलवा लेना। उससे क्या है न, तुम्हारा पैसा सुरक्षित रहता है। कोई धोखाधड़ी नहीं कर सकता।
तो बस यही सब है गोल्डन चार्ट के बारे में। अब तुम लोग भी समझ गए होगे। अगर कुछ पूछना है तो पूछ लेना, मैं बता दूंगी। सोना खरीदने से पहले ये सब बातें जरूर जान लेना। नहीं तो बाद में पछताओगे। ठीक है, चलो अब मैं चलती हूँ, राम राम!