अरे, वो क्या कहते हैं, आजकल हर चीज के दाम आसमान छू रहे हैं। और ये जो बॉक्सीनी घड़ी है ना, इसकी कीमत भी कुछ कम नहीं है। मैं तो कहती हूँ, घड़ी बस समय बताने के लिए होती है, फिर इतनी महंगी घड़ी का क्या फायदा?
हमारे जमाने में तो ऐसी घड़ियाँ नहीं होती थीं। बस एक सिंपल सी घड़ी होती थी, जो समय बता देती थी। वही बहुत थी। अब तो देखो, घड़ियों में भी न जाने क्या-क्या लगा देते हैं। कोई कहता है इसमें कैलेंडर है, कोई कहता है इसमें डायरी है। अरे, हमें क्या करना है इन सबका? हमें तो बस समय देखना है।
अब ये जो बॉक्सीनी घड़ी की कीमत है, वो तो इतनी ज्यादा है कि सुनकर ही चक्कर आ जाए। तुम लोग जो शहर में रहते हो, शायद तुम लोगों को पता हो, ये कितने की आती है। हमारे गाँव में तो ऐसी घड़ी कोई नहीं खरीदता। इतने पैसे में तो हम अपने घर का कितना सारा काम कर लें।

- एक बात और, ये मोबाइल वाली घड़ी, ये भी आजकल खूब चल रही है।
- अब इसमें क्या-क्या होता है, मुझे तो ज्यादा पता नहीं।
- पर लोग कहते हैं कि इसमें फोन भी कर सकते हैं।
- अरे, फोन करने के लिए तो फोन है ही ना, फिर घड़ी में फोन क्यों?
- और इनकी कीमत, वो भी कुछ कम नहीं है।
मैंने सुना है, दुनिया में ऐसी-ऐसी घड़ियाँ हैं जिनकी कीमत करोड़ों में है। अरे, इतनी महंगी घड़ी! उसमें ऐसा क्या लगा होता है भला? सोना-चांदी, हीरे-जवाहरात? अब इतने पैसे वाली घड़ी पहनकर कौन घूमेगा? डर नहीं लगेगा कि कहीं कोई छीन ना ले?
हमारे यहाँ तो लोग घड़ी भी ऐसी खरीदते हैं कि बस चल जाए। कोई दिखावा नहीं, कोई ताम-झाम नहीं। बस समय बताती रहे, वही बहुत है। और ये जो बॉक्सीनी घड़ी है, इसकी कीमत भी ऐसी ही होनी चाहिए। इतनी महंगी घड़ी तो हमारे जैसे लोगों के लिए नहीं है।
तुम लोग जो शहर में रहते हो, तुम लोगों को शायद ये सब चीजें अच्छी लगती होंगी। पर हम गाँव वालों के लिए तो ये सब बेकार की बातें हैं। हमें तो बस एक सस्ती और अच्छी घड़ी चाहिए, जो समय बता दे। बाकी ये सब ताम-झाम हमें नहीं चाहिए।
सुना है, आजकल अनंत अंबानी की घड़ी की बड़ी चर्चा है। अरे, वो तो बड़े लोग हैं, उनके पास तो बहुत पैसा है। वो तो कुछ भी खरीद सकते हैं। पर हम जैसे लोग कहाँ से खरीदेंगे इतनी महंगी घड़ी? हमारे लिए तो बॉक्सीनी घड़ी भी बहुत महंगी है।
एक आती है सोनाटा घड़ी, उसकी कीमत भी ठीक-ठाक ही है। पर हमारे यहाँ तो लोग उससे भी सस्ती घड़ी खरीदते हैं। अब ये तो अपनी-अपनी पसंद की बात है। जिसको जैसी घड़ी पसंद हो, वो वैसी खरीद ले। पर मेरे हिसाब से तो घड़ी बस समय बताने के लिए होनी चाहिए, बाकी कुछ नहीं।
अब ये जो सबसे महंगी घड़ी की बात चल रही है, पता नहीं कौन सी है वो। पर जो भी है, बहुत महंगी होगी। अब इतनी महंगी घड़ी का क्या फायदा, ये तो वही लोग जानें जो इसे खरीदते हैं। हम तो बस यही कहेंगे कि घड़ी ऐसी खरीदो जो तुम्हारे बजट में हो और जो तुम्हें पसंद हो। बाकी ये सब महंगी-महंगी घड़ियों के चक्कर में मत पड़ो।

और हाँ, ये जो बॉक्सीनी वॉच प्राइस की बात है, तो ये तो दुकान पर जाकर ही पता चलेगा। हर दुकान पर अलग-अलग दाम होते हैं। तो तुम लोग अगर ये घड़ी खरीदना चाहते हो, तो दुकान पर जाकर पता कर लेना। पर मेरे हिसाब से तो इतनी महंगी घड़ी खरीदने की कोई जरूरत नहीं है।
अच्छा, अब मैं चलती हूँ। मुझे और भी बहुत काम हैं। तुम लोग अपना ध्यान रखना और ज्यादा महंगी घड़ियों के चक्कर में मत पड़ना। बस एक अच्छी सी घड़ी खरीद लेना, जो समय बता दे। वही बहुत है।