अरे, आज मैं तुम्हें एक कॉलेज का खेल के बारे में बताती हूँ, जो हमने खेला था। ये खेल बहुत ही मज़ेदार है, जिसमें छोटी-छोटी गेंदों का इस्तेमाल होता है। इस खेल को खेलने में बहुत मज़ा आता है, और ये खेल कॉलेज में बहुत खेला जाता है।
ये खेल कैसे खेलते हैं?
ये खेल खेलने के लिए, आपको कुछ छोटी-छोटी गेंदें चाहिए, और कुछ गिलास भी। गिलास को एक टेबल पर रख दो, और उनमें थोड़ी-थोड़ी शराब भर दो। फिर, सबको एक-एक गेंद दे दो, और बारी-बारी से गेंद को गिलास में डालने की कोशिश करो।
- अगर गेंद गिलास में गिर गई, तो सामने वाले को शराब पीनी पड़ेगी।
- अगर गेंद गिलास में नहीं गिरी, तो कुछ नहीं होगा, बस अगली बारी दूसरे की होगी।
ये खेल बहुत ही आसान है, और इसे खेलने में बहुत मज़ा आता है। इस खेल में शराब का इस्तेमाल होता है, तो थोड़ा ध्यान से खेलना पड़ता है। ज्यादा शराब पीना भी ठीक नहीं है, इसलिए थोड़ा-थोड़ा ही पीना चाहिए।

ये खेल इतना मज़ेदार क्यों है?
ये खेल इतना मज़ेदार इसलिए है क्योंकि इसमें थोड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। सबको गेंद गिलास में डालनी होती है, और जो नहीं डाल पाता, उसको शराब पीनी पड़ती है। और फिर, जब सब थोड़े नशे में हो जाते हैं, तो और भी मज़ा आता है। गलतियाँ होने लगती हैं, और हंसी-मज़ाक होता रहता है।
ये खेल दोस्तों के साथ खेलने में और भी मज़ा आता है। सब मिलकर खेलते हैं, हंसते हैं, और एक-दूसरे को चिढ़ाते हैं। ये खेल दोस्ती को और भी मजबूत बनाता है। ये ऑनलाइन भी खेला जा सकता है, लेकिन असली मज़ा तो सबके साथ बैठ कर खेलने में ही है।
इस खेल के कुछ नियम
वैसे तो इस खेल के कोई खास नियम नहीं हैं, लेकिन कुछ बातें हैं जिनका ध्यान रखना चाहिए। जैसे कि, शराब कम ही पीनी चाहिए, ज्यादा नहीं। और अगर कोई नहीं पीना चाहता, तो उसको ज़बरदस्ती नहीं करनी चाहिए। ये खेल सिर्फ मज़े के लिए है, किसी को परेशान करने के लिए नहीं।
ये खेल कॉलेज में बहुत लोकप्रिय है, क्योंकि इसमें ज्यादा कुछ सामान नहीं चाहिए होता है। बस कुछ गेंदें, कुछ गिलास, और थोड़ी सी शराब। और फिर, सब मिलकर खेलते हैं, और खूब मज़ा करते हैं।
ये खेल सिर्फ कॉलेज में ही नहीं, और भी कई जगह खेला जाता है। जैसे कि, पार्टियों में, या फिर दोस्तों के घर पर। ये खेल कहीं भी खेला जा सकता है, बस कुछ दोस्तों का साथ होना चाहिए। ये खेल बच्चों के लिए नहीं है, क्योंकि इसमें शराब का इस्तेमाल होता है। बच्चों को दूसरे खेल खेलने चाहिए, जैसे कि कैरम। कैरम भी बहुत अच्छा खेल है, और उसे बच्चे भी खेल सकते हैं।
कैरम और ये खेल
कैरम और ये कॉलेज वाला खेल, दोनों ही बहुत अलग हैं। कैरम में दिमाग लगाना पड़ता है, और ये कॉलेज वाला खेल सिर्फ मज़े के लिए है। कैरम में गोटियों को बोर्ड के कोनों में डालना होता है, और ये कॉलेज वाले खेल में गेंद को गिलास में डालना होता है। कैरम दो या चार लोग खेल सकते हैं, और ये कॉलेज वाला खेल कितने भी लोग खेल सकते हैं।

कैरम खेलने के लिए एक कैरम बोर्ड चाहिए होता है, और ये कॉलेज वाला खेल खेलने के लिए बस कुछ गेंदें और गिलास। कैरम एक शांत खेल है, और ये कॉलेज वाला खेल थोड़ा शोर-शराबे वाला। लेकिन दोनों ही खेल अपनी-अपनी जगह मज़ेदार हैं।
मुझे तो दोनों ही खेल पसंद हैं। कैरम भी और ये कॉलेज वाला खेल भी। दोनों ही खेल दोस्तों के साथ खेलने में बहुत मज़ा आता है। आप भी ये खेल खेलकर देखना, आपको भी बहुत मज़ा आएगा। बस थोड़ा ध्यान रखना, ज्यादा शराब मत पीना।
निष्कर्ष
ये कॉलेज वाला खेल बहुत ही मज़ेदार है। इसे खेलकर देखना, आपको भी बहुत अच्छा लगेगा। ये खेल दोस्तों के साथ खेलने में और भी मज़ा आता है। तो अगली बार जब अपने दोस्तों से मिलो, तो ये खेल ज़रूर खेलना। यकीन मानो, बहुत मज़ा आएगा।
और हाँ, याद रखना, शराब कम ही पीना, ज्यादा नहीं। और अगर कोई नहीं पीना चाहता, तो उसको ज़बरदस्ती मत करना। ये खेल सिर्फ मज़े के लिए है, किसी को परेशान करने के लिए नहीं। बस, यही सब बातें ध्यान में रखना, और फिर देखना, कितना मज़ा आता है।