अरे यारों, आज मैंने सोचा कि WWE के बारे में थोड़ा बात करते हैं, ख़ासकर वो जो खून-खराबा होता है न, वो असली है या नकली? तो मैंने शुरू कर दिया अपना छोटा-मोटा रिसर्च।
सबसे पहले तो मैंने गूगल पर सर्च किया “WWE में खून असली है?” और भाई साहब, इतने सारे रिजल्ट आ गए कि मैं कन्फ्यूज़ हो गया। कुछ वेबसाइट कह रही थीं कि हाँ, असली खून होता है, कुछ कह रही थीं कि नकली होता है।
फिर मैंने सोचा कि चलो, कुछ वीडियोज़ देखते हैं। तो मैंने यूट्यूब खोला और WWE के कुछ पुराने मैच देखे। मैंने देखा कि कुछ मैचों में रेसलर्स को सचमुच चोट लग जाती है और खून भी बहता है। जैसे एक मैच में जॉन सीना को चोट लगी थी और उनका खून बह रहा था, वो तो मुझे अभी भी याद है।

- मैंने जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी की वेबसाइट भी देखी, जहाँ लिखा था कि हमारे शरीर में हर पल खून की अरबों कोशिकाएं बनती और मरती रहती हैं।
- एक जगह मैंने पढ़ा कि WWE का खेल पहले से स्क्रिप्टेड होता है, लेकिन कई बार रेसलर्स को सच में चोट लग जाती है और खून भी निकल आता है।
- एक जगह तो ये भी लिखा था कि जैसे बाकी प्रोफेशनल कुश्ती प्रमोशन होते हैं, वैसे ही WWE शोज भी असली नहीं होते, बल्कि कहानी पर आधारित, स्क्रिप्टेड और कुछ हद तक कोरियोग्राफ किए हुए मैच होते हैं।
इतना सब देखने और पढ़ने के बाद, मुझे समझ आया कि WWE में कभी-कभी असली खून भी होता है और कभी-कभी नकली। वैसे ज़्यादातर तो नकली खून ही इस्तेमाल करते हैं, लेकिन हाँ, कभी-कभार असली खून भी बह जाता है।
मैंने ये भी पढ़ा कि खून कम होने पर अनार खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन एक जगह मैंने पढ़ा कि लाल रंग के जूस ज़्यादा कारगर होते हैं।
एक चीज़ और, ब्लड प्रेशर बढ़ने की बात भी पढ़ी मैंने, जो कि एक गंभीर स्थिति है। जब खून का दबाव 90/140 या उससे ऊपर पहुँच जाता है, तो धमनियों में ब्लड का प्रेशर बहुत बढ़ जाता है।
तो यारों, कुल मिलाकर बात ये है कि WWE में खून कभी असली होता है और कभी नकली। लेकिन एक बात पक्की है, ये रेसलर्स बहुत मेहनत करते हैं और हमें एंटरटेन करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं।
आज के लिए बस इतना ही, अगली बार फिर मिलेंगे कुछ और मज़ेदार जानकारी के साथ!