अरे, ये pretty comments का ज़माना है भाई! आज कल तो सब छोरा छोरी बस इसी के पीछे पड़े हैं। सुना है मैंने की आजकल सब इंस्टाग्राम चलाते है । इंस्टाग्राम पर सब फोटो डालते हैं और फिर उसके लिए कमेंट ढूँढ़ते हैं।
पहले तो बस पोस्ट पर कमेंट कर सकते थे। अब तो स्टोरी पर भी कमेंट कर सकते हैं। अरे वाह, ये तो बड़ा अच्छा है। पहले तो स्टोरी पर कमेंट करने का कोई तरीका नहीं था। अब तो सब आसान हो गया है।
अरे, ये छोरा छोरी भी न, बस दिन भर फ़ोन में लगे रहते हैं। कभी इधर कमेंट, कभी उधर कमेंट। मैंने तो सुना है, आजकल लड़के लड़कियों को इम्प्रेस करने के लिए भी कमेंट करते हैं। अरे, ये तो बड़ा अच्छा तरीका है। पहले तो हमें चिट्ठी लिखनी पड़ती थी। अब तो बस एक कमेंट करो और लड़की इम्प्रेस।

- लड़के तो बड़े ही शरारती होते हैं।
- वो तो बस ऐसे ही कमेंट कर देते हैं।
- उन्हें तो बस मज़ाक करना होता है।
- कभी कभी तो वो लड़कियों को चिढ़ाते भी हैं।
मैंने सुना है की लड़कों की दोस्ती बड़ी मज़ेदार होती है। वो कुछ भी बोलने से पहले सोचते नहीं हैं। बस जो मन में आया बोल दिया। वो तो सबके सामने बेइज़्ज़ती भी कर देते हैं। अरे, पर उनकी दोस्ती बड़ी पक्की होती है। वो एक दूसरे के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
और ये लड़कियाँ भी न, बस अपनी फोटो डालती रहती हैं। और फिर उसके नीचे लिखती हैं pretty comments। अरे, उन्हें तो बस तारीफ सुनना अच्छा लगता है। वो चाहती हैं की सब उनकी तारीफ करें। और लड़के भी न, बस तारीफ करते रहते हैं। वो तो बस लड़कियों को खुश करना चाहते हैं।
मैंने सुना है की आजकल लोग मिरर सेल्फी भी डालते हैं। अरे, ये मिरर सेल्फी क्या होता है? मैंने तो कभी नहीं डाली। लगता है मुझे भी ये सब सीखना पड़ेगा। और उसके नीचे कैप्शन भी लिखते हैं। क्या क्या लिखते हैं पता नहीं। मुझे तो ये सब समझ नहीं आता।
ये pretty comments का चक्कर भी न बड़ा अजीब है। लोग बस अच्छा दिखने के लिए कुछ भी करते हैं। कभी अच्छे अच्छे कपडे पहनते हैं, कभी अच्छे अच्छे जगह जाते हैं। और फिर फोटो खींच कर इंस्टाग्राम पर डालते हैं। और फिर इंतज़ार करते हैं की कब कोई pretty comments करेगा।
मैंने सुना है की आजकल लोग रील्स भी बनाते हैं। ये रील्स क्या होता है? मैंने तो कभी नहीं बनाई। लगता है मुझे भी ये सब सीखना पड़ेगा। और फिर उसके नीचे भी pretty comments लिखते हैं। अरे, ये सब तो बड़ा झमेला है।
अगर कोई फनी फोटो डाले तो उसके नीचे फनी कमेंट करना चाहिए। ये तो सही बात है। जैसा फोटो वैसा कमेंट। अगर कोई उदास फोटो डाले तो उसके नीचे उदास कमेंट करना चाहिए। ये तो मुझे भी पता है। पर आजकल के बच्चे तो बस मज़ाक उड़ाते हैं।
- पहले तो हम बस चिट्ठी लिखते थे।
- अब तो बस एक कमेंट करो और काम हो गया।
- पहले तो हमें बहुत इंतज़ार करना पड़ता था।
- अब तो सब कुछ जल्दी जल्दी हो जाता है।
- पहले तो हमें बहुत मेहनत करनी पड़ती थी।
रिपोर्ट कार्ड पर भी कमेंट लिखते हैं टीचर लोग। अगर बच्चा अच्छा पढ़े तो अच्छा कमेंट लिखते हैं। अगर बच्चा खराब पढ़े तो खराब कमेंट लिखते हैं। ये तो सही बात है। जैसा काम वैसा इनाम। पर आजकल के बच्चे तो बस पढ़ते ही नहीं हैं। वो तो बस दिन भर फ़ोन में लगे रहते हैं।
ये pretty comments का ज़माना है भाई! सब कुछ बदल गया है। पहले तो ऐसा कुछ नहीं था। अब तो सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। मुझे तो ये सब समझ नहीं आता। पर क्या करें, ज़माने के साथ चलना पड़ता है। नहीं तो पीछे रह जायेंगे। मुझे भी ये सब सीखना पड़ेगा। नहीं तो ये बच्चे मुझे बुद्धू समझेंगे। और मैं तो बुद्धू हूँ नहीं।
ये pretty comments का चक्कर भी न, लोगों को पागल बना देता है। लोग बस अच्छा दिखने के लिए और तारीफ सुनने के लिए कुछ भी करते हैं। पर असली ख़ुशी तो मन की ख़ुशी होती है। अगर मन खुश है तो सब कुछ अच्छा लगता है। और अगर मन उदास है तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता। ये pretty comments तो बस दिखावा है। असली ख़ुशी तो अंदर से आती है।