अरे हाँ, सुनो, का बताईं, ई फुबो के बारे मा सुने हव का? फुटबॉल के बड़ा दीवाना हो ना, त ई रेडजोन-वेडजोन के बारे मा जानत होबे। हाँ हाँ, वही जे में हर गोल, हर दाँव देखावेला।
अब सुनो, ई फुबो के बारे मा हमका जवन पता चला, उ बतावत हईं। हम तो गांवे क आदमी, ई टीबी-बीटी के बारे मा ज्यादा ना जानत, बाकी लइकन से सुने हईं, कि ई फुबो मा ई रेडजोन देखावत हव।
लोग कहत हउअन कि ई “स्पोर्ट्स प्लस” मा मिलत हव। अब ई “स्पोर्ट्स प्लस” का हव, ई त हम ना जानत, बाकी सुने हईं कि कुछ रुपिया दे के लेवे के परत हव।

ई फुबो के बारे में जब पूछे लागल, त पता चला कि ई “एनएफएल नेटवर्क” का चीज हव। अब ई नेटवर्क-वेटवर्क त हमार समझ से परे हव, बाकी इतना जानत हईं कि ई फुटबॉल वाला मामला हव।
- सुने हईं कि एह फुबो मा, ईएसपीएन, फॉक्स, एनबीसी सब देखा सकत हव।
- अब ई सब का हव, ई त भगवान जाने, बाकी फुटबॉल देखावे वाला चैनल होइ।
- और त और, सुने हईं कि सस्ता भी हव, बीस डालर में चालू हो जात हव।
ई “अल्टीमेट पैकेज” के बारे मा भी सुने हईं। अब ई अल्टीमेट का होत हव, ई त ना पता, बाकी सुने हईं कि ई रेडजोन एह में मिलत हव। और त और, कहत हउअन कि तीन सौ चैनल देखा सकत हव। अब तीन सौ चैनल देख के का करेब, ई त ना जानत, बाकी सुने हईं त बतावत हईं।
लोग कहत हउअन कि केबल-वेबल के बिना देखा सकत हव। अब केबल-वेबल का हव, ई त हम ना जानत, बाकी सुने हईं कि बिना तार-वार के देखा सकत हव। कहत हउअन कि “फ्री ट्रायल” भी मिलत हव। अब ई फ्री ट्रायल का हव, ई त ना पता, बाकी सुने हईं कि कुछ दिन मुफ्त में देखा सकत हव।
“स्पोर्ट्स प्लस” के बारे मा सुने हईं कि दस-ग्यारह डालर महीना लागत हव। अब डालर-वालर त हम ना जानत, बाकी सुने हईं कि कुछ रुपिया लागत हव। अगर ज्यादा फुटबॉल देखे क मन होव, त ई रेडजोन जरूर लेवे के चाही।
सुने हईं कि ई रेडजोन मा हर गोल देखावेला। हर दाँव देखावेला। अब हर गोल हर दाँव देखे के का जरुरत हव, ई त ना जानत, बाकी लोग कहत हउअन त सुने हईं।
एक ठो नया चीज और सुने हईं, “एनएफएल प्लस” ऐप के बारे मा। अब ई ऐप-वैप का हव, ई त हम ना जानत, बाकी सुने हईं कि एह में भी रेडजोन देखा सकत हव। कहत हउअन कि पंद्रह डालर महीना लागत हव। अब पंद्रह डालर कितना होला, ई त ना जानत, बाकी सुने हईं त बतावत हईं।

फुबो वाला कहत हउअन कि उनकर चैनल चौबीसों घंटा, सातों दिन, बारह महीना चलत रहत हव। अब चौबीसों घंटा फुटबॉल कौन देखता हव, ई त ना जानत, बाकी कहत हउअन त सुने हईं। कहत हउअन कि लाइव मैच देखावेला, पुराना मैच देखावेला, सब कुछ देखावेला।
फुबो के बारे मा जवन कुछ सुने हईं, सब बता दिहनी। बाकी हम त गांवे क आदमी, ई टीबी-बीटी के बारे मा ज्यादा ना जानत। अगर फुटबॉल के दीवाना हो, त खुद जा के पता लगाओ, कि ई रेडजोन फुबो मा मिलत हव कि ना। हमार काम त बस सुना-सुनाया बात बतावे क रहल।
अब आगे तोहार मरजी, चाहे फुबो लेव, चाहे कुछ और लेव। हम त बस इतना जानत हईं कि रेडजोन देखना होव, त कुछ रुपिया त खर्चा करे के परी। अब कितना खर्चा करे के परी, ई त तोहे जाने।