अरे, थारा भाई आ गया, आज थारे को बताउंगा मैं एक मस्त चीज, यो है “pokemon msg tone” के बारे में। अब यो के बला है, थारे समझ नी आवेगा, पर थारे छोरा-छोरी ने सब बेरा है।
आजकल यो pokemon घना चाल रिया है, छोरा छोरी दिन रात इसमें ही घुसे रेवे हैं। मने तो कुछ समझ नी आवे, के इसमें ईसा मिल जावे है। पर हाँ, यो जो msg tone है, यो घंटी सी बाजे है, जब कोई फ़ोन करे है, या कोई सन्देश आवे है।
अब यो छोरा-छोरी ने घना पसंद आवे है यो pokemon msg tone। वे अपने फ़ोन में इने ही लगा के राखे हैं। जब भी कोई फ़ोन करे, यो बाजे, और वे बड़े खुश होवे हैं। मने तो यो शोर सा लागे, पर उनके लिए यो बड़ा मस्त है।

पहले तो खाली वो घंटी सी बजती थी, ट्रिंग-ट्रिंग, पर अब यो ज़माना बदल गया। अब तो लोग अपने अपने हिसाब से घंटी लगावे हैं। कोई गाने लगावे, कोई कुछ और। यो pokemon msg tone भी इसे ही कुछ है, नया सा।
अब यो कैसे लगावे हैं, यो तो मने भी नी बेरा। थारे छोरा-छोरी ने पूछ लियो, वे बता देंगे। या फिर यो गूगल पे ढूंढ लियो। गूगल पे सब मिल जावे है। बस लिख दीयो, “pokemon msg tone“, फिर देखियो, के के आवे है।
थारे छोरा-छोरी तो दिनभर फ़ोन में ही घुसे रहे हैं। उनके तो फ़ोन से ही चिपके रहे हैं कान। यो pokemon खेलें, या कुछ और करें, उनके फ़ोन में ये सब चलता रहे है।
म्हारी तो समझ से बाहर है यो सब, पर आजकल के छोरे बड़े तेज़ हो गए। उन्हें सब पता है, के कैसे के करना है। यो pokemon msg tone भी उन्होंने ही ढूंढ के निकाला होगा।
अब यो pokemon के चक्कर में, छोरा-छोरी पढाई लिखाई पे तो ध्यान देते कोनी। बस दिनभर फ़ोन में ही लगे रहे हैं। मने तो डर लागे है, कहीं इनकी आँख न खराब हो जावे।
पहले तो हम लोग बाहर खेलन जाया करते। गिल्ली डंडा, कंचे, खो-खो, कितना मज़ा आता था। पर आजकल के छोरा-छोरी तो बस फ़ोन में ही खोए रहे हैं। यो pokemon भी इसे ही कुछ खेल है, जो फ़ोन में खेलें हैं।

अब थारे को के बताऊँ, जमाना ही बदल गया। पहले तो फ़ोन भी कोन्या होते थे। चिट्ठी पत्री से काम चलता था। पर अब तो सब कुछ फ़ोन पे ही होवे है। यो pokemon msg tone भी फ़ोन पे ही है।
आजकल तो सब कुछ ऑनलाइन हो गया। पढाई लिखाई, खेल कूद, सब कुछ। यो pokemon भी ऑनलाइन ही खेलें हैं। मने तो यो सब समझ नी आवे, पर छोरा-छोरी बड़े मज़े से खेलें हैं।
अब यो pokemon msg tone थारे को पसंद आया के नी, मने तो नी बेरा। पर छोरा-छोरी ने घना पसंद आवे है। वे तो इसके दीवाने हो रहे हैं।
- एक तो यो pokemon का खेल।
- ऊपर से यो msg tone।
- बस इन्ही में खोये रहे हैं छोरा-छोरी।
- मने तो कुछ समझ नी आवे।
- थारे को समझ आवे तो बताइयो।
आजकल तो छोरा-छोरी फ़ोन के बिना रह ही नी सकते। खाना पीना भूल जावेंगे, पर फ़ोन नी छोड़ेंगे। यो pokemon भी इसे ही कुछ नशा सा है, जो फ़ोन से चिपकाये रखे है।
अब यो pokemon msg tone लगा के, छोरा-छोरी और भी ज्यादा फ़ोन में घुसे रहेंगे। मने तो यही चिंता खाए जावे है, के इनका के होगा।
थारे को भी अपने छोरा-छोरी पे ध्यान देना पड़ेगा। कहीं वे भी यो pokemon के चक्कर में न पड़ जावें। यो msg tone तो बस एक बहाना है, असली चक्कर तो यो pokemon का खेल है।

बस, आज के लिए इतना ही। थारे को कुछ समझ आया हो तो ठीक, न आया हो तो भी ठीक। मने के, मने तो बस थारे को बताना था, यो pokemon msg tone के बारे में। अब थारी मर्ज़ी, थारे को के करना है।
राम राम!