अरे यारों, क्या हालचाल? आज मैं ना, तुम लोगों को लॉन टेनिस खेलने का अपना अनुभव सुनाता हूं।
देखो भाई, मैंने सोचा कि कुछ नया ट्राई करते हैं, तो निकल पड़ा लॉन टेनिस खेलने। अब, टेनिस के बारे में सुना तो बहुत था, ग्रैंड स्लैम वगैरह, बड़े-बड़े खिलाड़ी, लेकिन खुद कभी रैकेट पकड़ा नहीं था। तो बस, यूट्यूब से थोड़ा बहुत सीखा, और एक दोस्त को पकड़ के पहुंच गए मैदान में।
शुरुआत हुई टॉस से
सबसे पहले तो, अंपायर ने सिक्का उछाला, टॉस हुआ। मेरा दोस्त टॉस जीत गया, और उसने कहा कि वो पहले सर्विस करेगा। अब, मुझे तो बस इतना पता था कि सर्विस करने वाले को बेसलाइन के पीछे खड़ा होना है, सेंटर मार्क और साइडलाइन के बीच में।

सर्विस और वो पहली गेंद
उसने पहली सर्विस की, और मैंने जैसे-तैसे गेंद को वापस मारा। यकीन मानो, वो पहला शॉट मारना कितना मुश्किल था! लेकिन धीरे-धीरे, थोड़ी आदत पड़ी। फिर तो, कभी मैं सर्विस करता, कभी वो। कुछ गेंदें इधर जातीं, कुछ उधर।
खेल के नियम
धीरे-धीरे, मुझे समझ आया कि 40 से ज्यादा अंक मिलने पर एक गेम जीता जाता है, और 6 से ज्यादा गेम जीतने पर एक सेट। और हाँ, दो या तीन सेट जीतने वाला मैच जीत जाता है। ये सब नियम, मैंने पहले थोड़ा बहुत पढ़ा था, लेकिन मैदान में सब कुछ अलग ही लगता है।
कोर्ट और माहौल
हम लोग एक घास के कोर्ट में खेल रहे थे। सुना है, क्ले कोर्ट और हार्ड कोर्ट भी होते हैं। लेकिन मुझे तो घास वाला कोर्ट ही अच्छा लगा। चारों तरफ हरियाली, और वो ताज़ी हवा, बड़ा मज़ा आ रहा था।
डबल्स का ख्याल
खेलते-खेलते, मुझे ये भी समझ आया कि टेनिस सिंगल के अलावा डबल्स में भी खेला जाता है, मतलब दो-दो खिलाड़ियों की टीम बनाकर। मैंने सोचा, अगली बार अपने कुछ और दोस्तों को भी लाऊंगा, और डबल्स मैच खेलेंगे।
टेनिस का इतिहास
थोड़ा बहुत रिसर्च किया तो पता चला कि टेनिस की शुरुआत फ्रांस में हुई थी, मध्य काल में। और तो और, रैकेट शब्द अरबी शब्द ‘रकात’ से आया है। कितना दिलचस्प है ना?
निष्कर्ष
तो भाई, ये था मेरा लॉन टेनिस का पहला अनुभव। थोड़ा मुश्किल था, लेकिन बड़ा मज़ा आया। अब तो मैं सोच रहा हूं कि इसको रेगुलर खेलूं। तुम लोग भी ट्राई करना, और बताना कैसा लगा।

- टेनिस खेलना शुरू किया
- टॉस जीतकर दोस्त ने सर्विस चुनी
- सर्विस और रिसीव सीखा
- 40 अंक पर गेम, 6 गेम पर सेट
- घास के कोर्ट पर खेला
- डबल्स खेलने का मन बनाया
- टेनिस के इतिहास के बारे में जाना
चलो, फिर मिलते हैं अगले पोस्ट में, कुछ और मजेदार अनुभवों के साथ। तब तक के लिए, अपना ख्याल रखना।