अरे यारों, क्या हाल-चाल? आज मैं आप लोगों को टेनिस के बारे में कुछ बताने वाला हूँ। हाँ, वही टेनिस, जो सानिया मिर्ज़ा और लिएंडर पेस खेलते हैं। आज मैंने सोचा कि क्यों न थोड़ा टेनिस खेला जाए, तो बस, उठाई अपनी पुरानी रैकेट और निकल पड़ा मैदान में।
वैसे तो मैं कोई खिलाड़ी-विलाड़ी तो हूँ नहीं, बस शौकिया तौर पर कभी-कभी खेल लेता हूँ। लेकिन हाँ, आज जो मैंने सीखा, वो आप लोगों के साथ जरूर शेयर करना चाहूँगा।
सबसे पहले तो, भाई साहब, टेनिस खेलना इतना आसान नहीं है जितना टीवी पर दिखता है। वो जो लोग ऐसे भाग-भाग कर बॉल मारते हैं, उसके पीछे बहुत मेहनत होती है, ये आज मुझे समझ आया। मैं तो बस थोड़ी देर में ही हाँफने लगा।

- फिर ये भी समझ आया कि टेनिस खेलने के लिए सही रैकेट होना बहुत जरूरी है। मेरा रैकेट तो बहुत पुराना हो चुका था, और उससे बॉल को सही से मारना मेरे लिए तो महाभारत लड़ने जैसा था।
- और हाँ, टेनिस खेलने के लिए, आपको नियमों का भी अच्छा ज्ञान होना चाहिए। मुझे तो बस यही पता था कि बॉल को नेट के उस पार मारना है, लेकिन आज मुझे समझ आया कि इसमें भी कितने नियम-कायदे होते हैं। जैसे कि, सर्विस कैसे करनी है, फॉल्ट क्या होता है, ड्यूस क्या होता है, ये सब।
खैर, जो भी हो, आज का दिन तो बहुत मजेदार रहा। भले ही मैं कोई चैंपियन न बन पाया, लेकिन हाँ, मैंने कुछ नया सीखा और थोड़ा व्यायाम भी कर लिया।
टेनिस खेलने के फायदे
- टेनिस खेलने से शरीर फिट रहता है।
- इससे एकाग्रता बढ़ती है।
- यह एक मजेदार खेल है, जिससे तनाव कम होता है।
- और सबसे बड़ी बात, इससे नए दोस्त भी बनते हैं।
तो दोस्तों, अगर आप भी कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं, तो एक बार टेनिस जरूर खेल कर देखें। हो सकता है कि आपको भी मेरी तरह मजा आ जाए। और हाँ, अगर आपको टेनिस के बारे में और जानना है, तो मुझे कमेंट में जरूर बताना। मैं कोशिश करूँगा कि आपके सवालों के जवाब दे सकूँ। तब तक के लिए, अलविदा!