अरे, सुनो! आज बात करेंगे टेनिस के गेंद के बारे में। टेनिस का गेंद कितना बड़ा होता है? यही तो आज जानना है। मैं तो ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं हूँ, पर जितना जानती हूँ, सब बता दूँगी।
देखो, टेनिस का गेंद गोल-गोल होता है, एकदम लट्टू जैसा। पीला-पीला रंग होता है उसका, ज्यादातर तो पीला ही देखा है मैंने। सफेद भी होता होगा, पर मैंने कम ही देखा है। अब कितना बड़ा होता है, ये भी सुन लो।
- वजन: सुना है, इसका वजन 56 से 59 ग्राम के बीच होता है। अब ये ग्राम-वग्राम तो मुझे ज्यादा समझ नहीं आता, पर इतना समझ लो कि हाथ में लेने से भारी-भारी लगता है। ना ज्यादा भारी, ना ज्यादा हल्का।
- गोलाई: इसकी गोलाई नापने का फीता तो मेरे पास नहीं है, पर सुना है कि ये 6.54 से 6.86 सेंटीमीटर के बीच होता है। मतलब, इतना बड़ा कि हाथ में ठीक से आ जाए।
अब टेनिस खेलते कैसे हैं, ये भी थोड़ा बता देती हूँ। दो लोग खेलते हैं, या फिर चार लोग, दो-दो की जोड़ी में। एक बड़ा सा मैदान होता है, उसमें बीच में जाल लगा होता है। एक आदमी इधर से गेंद फेंकता है, दूसरा उधर से मारता है। जिसका गेंद जाल के ऊपर से होकर दूसरे के पाले में गिर जाए, वो जीत जाता है। इतना ही जानती हूँ मैं तो।

मैंने तो कभी टेनिस खेला नहीं है, बस देखा है। हमारे गाँव में कहाँ टेनिस-वेनिस खेलते हैं। हम तो गिल्ली-डंडा खेलते थे बचपन में। पर हाँ, टीवी पर देखा है बड़े-बड़े लोग टेनिस खेलते हैं। बड़ा मज़ा आता है देखने में।
टेनिस के मैदान के बारे में भी सुना है मैंने। वो बहुत बड़ा होता है। उसकी लंबाई 78 फीट होती है, और चौड़ाई 27 फीट होती है। अब ये फीट-वीट क्या होता है, ये तो मुझे नहीं पता। पर इतना समझ लो कि बहुत बड़ा होता है। दौड़ने के लिए बहुत जगह होती है उसमें।
और हाँ, टेनिस का रैकेट भी तो होता है। वो भी बड़ा अजीब सा होता है। उसमें बीच में जाली लगी होती है। उसी से गेंद को मारते हैं। सुना है, रैकेट की लंबाई 73.7 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अब ये सब नाप-तोल तो मुझे समझ नहीं आता, पर जो सुना है, वो बता रही हूँ।
अच्छा सुनो, टेनिस के नियम भी होते हैं कुछ। सुना है, चार पॉइंट जीतने होते हैं एक गेम जीतने के लिए। पर दो पॉइंट से ज्यादा का अंतर होना चाहिए। मतलब, अगर किसी ने चार पॉइंट जीते और दूसरे ने दो, तो पहला वाला जीत गया। पर अगर चार-तीन हो गया, तो और खेलना पड़ेगा। ये सब मैंने सुना है, भाई। ज्यादा कुछ जानती नहीं हूँ।
टेनिस में अलग-अलग तरह के कोर्ट भी होते हैं। कोई घास वाला होता है, कोई मिट्टी वाला होता है, कोई सीमेंट वाला होता है। अब ये सब अलग-अलग तरह के कोर्ट क्यों होते हैं, ये तो मुझे नहीं पता। पर सुना है, सब पर अलग-अलग तरह से खेला जाता है।
टेनिस तो बहुत पुराना खेल है। सुना है, बहुत पहले से लोग खेलते आ रहे हैं। बड़े-बड़े खिलाड़ी हुए हैं टेनिस में। उनके नाम तो मुझे याद नहीं, पर सुना है, बहुत मशहूर हैं वो लोग। हमारे गाँव में तो कोई टेनिस नहीं खेलता। यहाँ तो सब कबड्डी खेलते हैं, या फिर क्रिकेट। टेनिस तो अमीरों का खेल है, भाई।

तो चलो, आज इतना ही बताते हैं। ज्यादा कुछ तो जानती नहीं हूँ टेनिस के बारे में। जितना जानती थी, सब बता दिया। अब तुम जानो। टेनिस का गेंद कितना बड़ा होता है, ये तो समझ आ ही गया होगा। और कुछ जानना हो, तो पूछ लेना। मैं तो गाँव की सीधी-सादी औरत हूँ, ज्यादा कुछ जानती नहीं, पर जितना जानती हूँ, सब बता दूँगी।