अरे यार, आप लोगो को तो पता ही है कि मैं कितना बड़ा स्पोर्ट्स लवर हूँ, है ना? क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस, कुछ भी हो, मैं सब देखता हूँ और खेलता भी हूँ। लेकिन कुछ दिनों से मेरे साथ एक प्रॉब्लम हो गई, मेरी कोहनी में बहुत तेज दर्द होने लगा। मेरे एक दोस्त ने बोला कि शायद ये टेनिस एल्बो है। अब मैं टेनिस तो खेलता हूँ, पर इतना भी नहीं कि मेरी कोहनी ही जवाब दे जाए। लेकिन फिर भी मैंने सोचा कि चलो देखते हैं, डॉक्टर के पास जाने से पहले कुछ खुद से ही इलाज करने की कोशिश करता हूँ।
तो मैंने इंटरनेट पे सर्च किया “टेनिस एल्बो” के बारे में। पता चला कि इसे “लेटरल एपिकॉन्डिलाइटिस” भी कहते हैं। अरे यार, ये सब तो मेरे पल्ले ही नहीं पड़ता। सिंपल भाषा में बोलूं तो कोहनी के बाहर की तरफ दर्द होता है इसमें। मैंने और पढ़ा तो पता चला कि एक “मिल्स टेस्ट” होता है जिससे घर पे ही पता लगा सकते हैं कि टेनिस एल्बो है या नहीं। मैंने वो टेस्ट किया और भाई साहब, दर्द तो था ही।
अब इलाज के बारे में सोचा। इंटरनेट पे पढ़ा कि आराम करना सबसे जरूरी है। मतलब कुछ हफ्तों तक अपनी कलाई को बिलकुल आराम देना है। ये तो मेरे लिए बहुत मुश्किल था, क्योंकि मुझे तो आदत है एक्टिव रहने की। लेकिन फिर सोचा कि यार, दर्द से तो आराम जरूरी है। तो मैंने कुछ दिनों के लिए खेलना बंद कर दिया।

फिर मैंने पढ़ा कि एक TENS मशीन होती है, वो भी इस दर्द में आराम दे सकती है। अब ये TENS मशीन क्या है? ये एक छोटी सी मशीन होती है जिससे हल्की-हल्की बिजली की तरंगे निकलती हैं। ये तरंगे दर्द को कम करने में मदद करती हैं। मैंने सोचा चलो ये भी ट्राई करके देखते हैं।
मैंने ऑनलाइन एक TENS मशीन मंगवाई। जब वो आई तो मैंने उसके साथ दिए गए निर्देशों को पढ़ा। उसमें लिखा था कि दिन में 3-4 बार, 30-60 मिनट के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। और ये भी लिखा था कि इससे 4 घंटे तक दर्द में आराम मिल सकता है। मैंने सोचा, वाह! ये तो बढ़िया है।
अब इसको इस्तेमाल कैसे करना है? मशीन के साथ कुछ इलेक्ट्रोड पैड्स आए थे। मैंने दो पैड्स को अपनी कोहनी के दोनों तरफ, बांह के पीछे लगाया। फिर एक पैड को उनसे थोड़ा ऊपर, बांह की साइड में लगाया। और आखिरी पैड को बाकी सबसे नीचे, फिर से बांह की साइड में लगाया।
मैंने मशीन चालू की और हल्की-हल्की बिजली की तरंगे महसूस होने लगीं। सच कहूँ तो थोड़ा अजीब सा लगा, लेकिन दर्द में थोड़ा आराम जरूर मिला। मैंने कुछ दिनों तक इसका इस्तेमाल किया, दिन में 3-4 बार। और हाँ, गाड़ी चलाते समय, मशीन चलाते समय या नहाते समय इसका इस्तेमाल नहीं करना है, ये बात ध्यान रखनी है।
कुछ दिनों बाद, मेरा दर्द काफी कम हो गया। मैं ये नहीं कहूँगा कि TENS मशीन ने जादू कर दिया, लेकिन हाँ, इसने दर्द कम करने में मेरी मदद जरूर की। मैंने आराम भी किया, और साथ में फिजियोथेरेपी भी करवाई। अब मैं धीरे-धीरे फिर से खेलना शुरू कर रहा हूँ।
- अगर कोहनी में दर्द हो तो सबसे पहले आराम करो।
- TENS मशीन दर्द कम करने में मदद कर सकती है।
- डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है।
तो ये थी मेरी टेनिस एल्बो और TENS मशीन की कहानी। कुछ बातें जो मैंने सीखीं:
उम्मीद है, मेरी ये कहानी आप लोगों के लिए मददगार साबित होगी। अगर आपको भी कभी टेनिस एल्बो की प्रॉब्लम हो तो घबराना मत, इसका इलाज मुमकिन है। बस थोड़ा सब्र रखो और सही तरीके से इलाज करो। और हाँ, अगर आप 8 से 18 साल के बच्चों के लिए इस मशीन का इस्तेमाल फिजियोथेरेपी के साथ कर रहे हैं तो ये भी असरदार होगा। और हाँ, अगर TENS मशीन का इस्तेमाल करने की सोच रहे हो तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर ले लेना।
