का कार्सन बेक एनएफएल जा रहा है? ई बात तो सब पूछ रहे हैं।
आजकल के जवान लौंडे, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। एनएफएल, वीएफएल, पता नहीं क्या-क्या बोलते रहते हैं। हम तो गांव के आदमी, इतना नहीं जानते। लेकिन ई कार्सन बेक का नाम सुना है। सुना है कि बड़ा अच्छा खेलता है। गेंद को ऐसे फेंकता है जैसे हम खेत में बीज फेंकते हैं।
अब ई लौंडा एनएफएल जाएगा कि नहीं, ई तो भगवान जाने। लेकिन लोग कह रहे हैं कि जाएगा। बड़ा नाम हो रहा है उसका। जैसे हमारे गांव में सरपंच जी का होता है। सब उनका नाम लेते हैं। वैसे ही ई कार्सन बेक का नाम ले रहे हैं।

सुना है कि बड़ी-बड़ी टीमें उसको लेना चाहती हैं। जैसे हमारे यहां जमींदार लोग अच्छे हलवाहे को रखना चाहते हैं। वैसे ही ई बड़ी-बड़ी टीमें भी अच्छे खिलाड़ी को रखना चाहती हैं।
- कौन है ई कार्सन बेक?
- का चोट लग गई थी इसको?
- कौन-कौन सी टीम इसको लेना चाहती है?
सुना है कि जॉर्जिया का लौंडा है। बड़ा अच्छा खेलता है। क्वाटरबैक है। जैसे हम अपने बैलगाड़ी के सारथी होते हैं, वैसे ही ई भी अपनी टीम का सारथी है।
अरे हाँ, सुना तो था कि चोट लग गई थी। लेकिन अब ठीक है। जैसे हमारे यहां किसान लोग कभी-कभी खेत में गिर जाते हैं, लेकिन फिर उठ कर काम करने लगते हैं। वैसे ही ई भी ठीक हो गया है।
ई तो हम नहीं जानते। लेकिन सुना है कि बड़ी-बड़ी टीमें हैं। जैसे हमारे यहां बड़ी-बड़ी पंचायतें होती हैं। वैसे ही बड़ी-बड़ी टीमें हैं।
लोग तो यह भी कह रहे हैं कि ई कार्सन बेक दूसरा पैट्रिक महोम्स बनेगा।
सुना है कि ई पैट्रिक महोम्स बड़ा अच्छा खिलाड़ी है। जैसे हमारे गांव में पहलावन होते हैं, वैसे ही ई पैट्रिक महोम्स भी बड़ा पहलावन खिलाड़ी है। लेकिन हम तो नहीं जानते। हमने तो कभी देखा नहीं। हम तो गांव में रहते हैं, टीवी कहाँ देखते हैं।

लेकिन लोग कह रहे हैं तो कुछ तो बात होगी। जैसे लोग कहते हैं कि इस साल बारिश अच्छी होगी तो होती ही है। वैसे ही लोग कह रहे हैं तो कुछ तो बात होगी।
अब ई कार्सन बेक एनएफएल जाएगा कि नहीं, ई तो वक्त ही बताएगा। जैसे हमारे यहां फसल कब पकेगी, ई तो वक्त ही बताएगा। वैसे ही ई भी वक्त ही बताएगा।
लेकिन लोग तो कह रहे हैं कि जाएगा। और जाएगा तो बड़ा नाम करेगा। जैसे हमारे गांव का लौंडा शहर जाकर बड़ा आदमी बन गया। वैसे ही ई भी बड़ा आदमी बनेगा।
हम तो यही कहेंगे कि भगवान इसको सलाम रखे। और यह बड़ा आदमी बने। जैसे हमारे गांव के बच्चे बड़े होकर अच्छे इंसान बनते हैं। वैसे ही ई भी अच्छा इंसान बने।
और हाँ, हम तो इतना ही जानते हैं। बाकी तो भगवान जाने। हम तो गांव के आदमी हैं, ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं। जो सुना, वही बोल दिया। अब सही है कि गलत, ई तो भगवान जाने।
लेकिन ई कार्सन बेक का नाम सुना है, तो सोचा कि बता दें। अब आगे जो होगा, देखा जाएगा। जैसे हम लोग कहते हैं कि आगे-आगे देखो होता है क्या। वैसे ही आगे-आगे देखो होता है क्या।
