नमस्ते! आज हम बात करेंगे “गोल्डन रिजल्ट चार्ट” के बारे में। अरे हाँ, वही जो आजकल खूब चल रहा है। सुना है बहुत लोग इसमें पैसा लगा रहे हैं, पर मुझे तो ये सब समझ नहीं आता। हम तो ठहरे गाँव के लोग, हमें कहाँ ये सब पता चलता है।
पहले के जमाने में तो ऐसा कुछ होता नहीं था। तब तो बस खेती-बाड़ी और यही सब था। पर आजकल के लौंडे-लपाड़े ये सब नया-नया काम करते रहते हैं। अब ये “गोल्डन मटका” क्या है, ये भी नहीं पता। सुना है रात को इसका रिजल्ट आता है, नौ पैंतीस से ग्यारह पैंतीस बजे के बीच। अब भगवान जाने सच क्या है, झूठ क्या है।
लोग कहते हैं कि “गोल्डन डे चार्ट रिकॉर्ड” और “गोल्डन सागर मटका” भी होता है। ये सब नाम तो ऐसे हैं जैसे किसी फिल्म के हों। मुझे तो बस इतना पता है कि पैसा बड़ी मुश्किल से आता है, और ऐसे जुआ-सट्टा में तो बिलकुल नहीं लगाना चाहिए। ये सब तो सरकार भी मना करती है। सुना है अठारह साल से कम उम्र के लोग तो इसमें खेल भी नहीं सकते।

- गोल्डन नाइट बाजार: सुना है ये बहुत चलता है।
- दिल्ली दिसावर सट्टा किंग: ये भी कोई खेल है, पर मुझे नहीं पता क्या है।
- मधुर डे/नाइट, मिलन डे/नाइट, कल्याण: ये सब भी नाम सुने हैं, पर इनके बारे में कुछ नहीं जानती।
कोई कहता है “कुर्ला डे” बहुत पॉपुलर है। अब ये कुर्ला क्या है, ये भी नहीं पता। ये सब तो शहर के लोगों के चोंचले हैं। हमारे गाँव में तो ऐसा कुछ नहीं होता। यहाँ तो बस दिन भर काम करो और रात को सो जाओ। हाँ, कभी-कभी मेले में जाते हैं, वहां थोड़ा बहुत खेल-तमाशा देख लेते हैं। पर ये सट्टा-वट्टा तो हमने कभी नहीं खेला।
लोग कहते हैं कि इसका रिजल्ट देखने के लिए चार्ट होता है। अब ये चार्ट क्या होता है, ये भी नहीं जानती। सुना है वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट देखते हैं। अब हमारे पास कहाँ वेबसाइट देखने का टाइम है? हम तो सुबह उठते हैं, खाना बनाते हैं, खेत में जाते हैं, फिर घर आकर खाना बनाते हैं और सो जाते हैं। यही हमारी जिंदगी है।
ये “एसपीबॉस” क्या है, ये भी नहीं पता। लोग कहते हैं ये सबसे जल्दी रिजल्ट दिखाता है। अब जल्दी हो या धीरे, हमें क्या फर्क पड़ता है? हमें तो बस अपना काम करना है। ये सट्टा-वट्टा तो अमीरों के खेल हैं। हमारे पास तो इतना पैसा ही नहीं है कि हम इसमें लगाएं।
कोई कहता है कि कल्याण चार्ट की वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट देखो। अब वेबसाइट कैसे खोलते हैं, ये भी नहीं जानती। सुना है पहले वेबसाइट पर जाओ, फिर रिजल्ट के ऑप्शन पर क्लिक करो, फिर तारीख और समय चुनो, तब जाकर रिजल्ट दिखेगा। अरे बाप रे, इतना लंबा काम! इससे अच्छा तो दो रोटी खाकर सो जाओ।
सुना है ये सट्टा मटका तो बहुत पुराना खेल है। पहले इसको “आंकड़ा जुगार” कहते थे। अब नाम बदल गया, पर खेल तो वही है। सरकार कहती है ये गैरकानूनी है, पर फिर भी लोग खेलते हैं। पता नहीं क्यों लोग अपना पैसा बर्बाद करते हैं। मुझे तो समझ नहीं आता।
कल्याण पैनल चार्ट के बारे में भी सुना है। लोग कहते हैं इसमें पिछले रिजल्ट का रिकॉर्ड होता है। अब ये रिकॉर्ड रखकर क्या करते हैं, ये भी नहीं पता। शायद अमीर लोग इससे कुछ हिसाब-किताब लगाते होंगे। हम तो बस इतना जानते हैं कि मेहनत से कमाया हुआ पैसा ही सच्चा पैसा होता है।

तो भई, ये था “गोल्डन रिजल्ट चार्ट” के बारे में मेरी जानकारी। मुझे तो ज्यादा कुछ पता नहीं है, पर जितना सुना था, बता दिया। अब तुम जानो और तुम्हारा काम जाने। हम तो बस इतना कहेंगे कि इन सब चक्करों में मत पड़ो, अपना काम करो और खुश रहो।