अरे यारों, आज मैं एक मस्त चीज़ बताने वाला हूँ। तुम्हें पता है, मैं टेनिस खेलने का कितना शौक़ीन हूँ, है ना? तो हुआ यूँ कि मेरे टेनिस बॉल्स खो गए थे और नए लेने थे। अब बाज़ार जाऊँ, ढूँढू, पार्किंग ढूँढू, ये सब मेरे बस का नहीं था। तभी मेरे दिमाग़ में आया, अरे डॉलर ट्री! वहाँ सब कुछ एक डॉलर में मिल जाता है, क्या पता टेनिस बॉल्स भी मिल जाएँ।
तो बस, मैं निकल पड़ा डॉलर ट्री की तरफ़। पहुँचते ही मैंने सबसे पहले स्पोर्ट्स वाला सेक्शन ढूँढा। वहाँ मुझे तरह-तरह के खिलौने, गेम्स, और भी बहुत कुछ मिला, पर टेनिस बॉल्स नहीं दिखे। थोड़ा निराश तो हुआ, पर हार नहीं मानी। मैंने वहाँ काम करने वाले एक बंदे से पूछा, “भाई साहब, टेनिस बॉल्स मिलेंगे क्या?” उसने कहा, “नहीं सर, हमारे पास टेनिस बॉल्स तो नहीं हैं।”
ढूँढने का सिलसिला
अब क्या करता, थोड़ा और ढूँढने का सोचा। मैंने पूरा स्टोर छान मारा, खिलौनों वाला सेक्शन, पालतू जानवरों वाला सेक्शन, सब देख लिया, पर टेनिस बॉल्स का कहीं नामोनिशान नहीं था। थक हार कर मैं वापस उसी बंदे के पास गया और फिर पूछा, “पक्का नहीं मिलेंगे? कहीं और रखे हों शायद?” उसने फिर वही जवाब दिया, “नहीं सर, हमारे पास नहीं होते टेनिस बॉल्स।”

- पहली कोशिश: स्पोर्ट्स सेक्शन में ढूँढा, नहीं मिले।
- दूसरी कोशिश: पूरे स्टोर में ढूँढा, फिर भी नहीं मिले।
- तीसरी कोशिश: दोबारा कर्मचारी से पूछा, निराशा हाथ लगी।
नतीजा
तो दोस्तों, अब मैं क्या ही बताऊँ, डॉलर ट्री में टेनिस बॉल्स नहीं मिलते हैं। मुझे खाली हाथ ही वापस आना पड़ा। सोचा था सस्ते में काम बन जाएगा, पर किस्मत में ही नहीं था। अब या तो ऑनलाइन ऑर्डर करूँगा या फिर किसी स्पोर्ट्स की दुकान पर जाना पड़ेगा। चलो, कोई बात नहीं, होता रहता है। वैसे तुम लोगों को कभी डॉलर ट्री से कुछ ख़रीदने का मन हो, तो ये याद रखना कि टेनिस बॉल्स वहाँ नहीं मिलेंगे। बाकी तो सब मस्त है, एक डॉलर में बहुत कुछ मिल जाता है।
तो ये थी मेरी आज की कहानी, उम्मीद है तुम्हें पढ़कर मज़ा आया होगा। फिर मिलूँगा किसी और दिन, किसी और मज़ेदार किस्से के साथ। तब तक के लिए, अपना ध्यान रखो और मजे करो!