यार, आज सुबह मैं सोच रहा था कि आज कोई नैस्कर रेस है या नहीं, और क्या यह टीवी पर है। मैंने सोचा कि चलो देखते हैं।
मैंने सबसे पहले अपना फोन उठाया और गूगल बाबा से पूछा, “क्या आज नैस्कर रेस टीवी पर है?” गूगल ने मुझे कुछ वेबसाइटें दिखाईं, लेकिन मैं थोड़ा कंफ्यूज हो गया। कुछ वेबसाइट कह रही थीं कि रेस है, कुछ कह रही थीं कि नहीं है।
फिर मैंने सोचा, “चलो, टीवी चालू करके देखते हैं।” मैंने टीवी चालू किया और स्पोर्ट्स चैनल ढूंढने लगा। कुछ चैनलों पर तो क्रिकेट चल रहा था, कुछ पर फुटबॉल। मुझे नैस्कर रेस कहीं नहीं दिखी।

फिर मुझे याद आया कि मेरे दोस्त रोहन को नैस्कर रेस बहुत पसंद है। मैंने उसे फोन किया और पूछा, “भाई, क्या आज नैस्कर रेस टीवी पर आ रही है?” रोहन ने कहा, “नहीं यार, आज कोई रेस नहीं है। अगली रेस अगले हफ्ते है।”
तो दोस्तों, आज कोई नैस्कर रेस टीवी पर नहीं है। अगली रेस अगले हफ्ते है, तो तब तक के लिए इंतजार करो।
वैसे, यह सब खोजबीन करते हुए मुझे भूख लग गई थी। तो मैंने मैगी बनाई और टीवी पर कुछ और देखने लगा।
- फोन उठाया
- गूगल पर सर्च किया
- टीवी चालू किया
- दोस्त को फोन किया
- मैगी बनाई
निष्कर्ष
आज नैस्कर रेस टीवी पर नहीं है। अगली रेस अगले हफ्ते है।