अरे बेट्टा, आजकाल गाड़ी-घोड़ा के बारे मा बहोत सुने मा आवत है। हमार जमाना मा तो बैलगाड़ी रही, अब तो मोटार-गाड़ी आवत है। हम सुना है कि एक गाड़ी आवत है “spank amg”। ई का है, हम का जाने? सुने मा आवत है बहोत तेज भागत है। हमार गांव मा तो ट्रैक्टर भी बहुत तेज लागत है, ई “spank amg” का होई?
सुने मा आवा है कि ई मर्सिडीज-बेंज वाला बनावत है। मर्सिडीज-बेंज, ई तो बड़ा नाम है। बड़ा लोग के गाड़ी होई। हमरे गांव मा तो मारुती और महिंद्रा वाला गाड़ी ज्यादा दिखात है। ई मर्सिडीज-बेंज का गाड़ी होत होई, हमका का पता।
कोई कहत है कि ई गाड़ी बहुत महंगा है। अब हम का बताये कितना महंगा है। हमरे पास तो सौ-दुई सौ रुपया भी बहुत होत है। सुने मा आवा है कि करोड़न मा दाम है। अब करोड़ कितना होत है, ई तो हमका भी नहीं पता। हमरे गांव मा तो लाखन मा बात होत है, करोड़न मा तो बड़ा लोग बात करत होंगे।

हम सुना है कि ई “spank amg” गाड़ी कई मॉडल मा आवत है। अब मॉडल का होत है, ई तो हम नहीं जाने। हमरे गांव मा तो एक्के मॉडल के ट्रैक्टर होत है, सब एक जइसन। लेकिन सुने मा आवा है कि ई गाड़ी मा अलग-अलग मॉडल होत है, कोई छोटा, कोई बड़ा।
- कोई कहत है कि छोटका “spank amg” ठीक है।
- कोई कहत है कि बड़का “spank amg” ठीक है।
- अब हमका का पता कौंन ठीक है। हम तो कभी देखे भी नहीं।
सुने मा आवा है कि ई गाड़ी मा बहुत सुविधा होत है। अब का सुविधा होत होई? हमरे गाड़ी मा तो बस एक सीट होत है, बैठो और चलो। लेकिन सुने मा आवा है कि ई गाड़ी मा एसी होत है, म्यूजिक होत है, और का-का होत है। हम तो बस इतना जाने कि गाड़ी चले बस, और का चाही।
लोग कहत हैं कि ई गाड़ी बहुत तेज भागत है। अब कितना तेज भागत होई, ई तो हमका नहीं पता। हमार गांव के सड़क मा तो धीरे-धीरे ही चलावे का पड़त है। नहीं तो गड्ढा मा गिर जाओगे। लेकिन सुने मा आवा है कि ई गाड़ी हवा से बात करत है। अब हवा से कैसे बात होत है, ई तो हम नहीं जाने।
कोई-कोई कहत है कि ई गाड़ी पेट्रोल से चलत है, कोई-कोई कहत है डीजल से चलत है। अब का से चलत है, ई तो हम नहीं जाने। हमरे गांव मा तो ट्रैक्टर डीजल से चलत है। पेट्रोल तो मोटरसाइकिल मा डालत हैं। लेकिन सुने मा आवत है कि “spank amg” बिजली से भी चलत है। अब बिजली से कैसे चलत होई, ई तो भगवान जाने।
ई “spank amg” गाड़ी के दाम के बारे मा कुछ सुने हन।
- सुना है कि छोटका मॉडल कोई 46 लाख से शुरू होत है।
- और बड़का मॉडल त 3 करोड़ 60 लाख तक जात है।
- ई त बहुत महंगा है भई। हमार ज़मीन जायदाद बेच के भी न आई।
लोग इ भी कहत ह की ई गाड़ी मा बहुत फीचर होत ह।

अब फीचर का होत ह ई हम का जाने। हम त बस इतना जाने ह कि गाड़ी चले बस। लोग कहत ह कि ईमा बड़ा स्क्रीन होत ह, गाना बजावे वाला सिस्टम होत ह और न जाने का का। हमरे लिए त बस इतना ही काफी ह की गाड़ी चले और हमे एक जगह से दूसरा जगह पहुंचा दे।
सुना है कि ई गाड़ी मर्सिडीज़ एएमजी जी 63 से भी मुकाबला करत ह। अब मुकाबला का होत ह ई हम का जाने। हम त बस इतना जाने ह कि दोनों गाड़ी ही होत ह। जे ज्यादा तेज भागे और जे ज्यादा मजबूत होए वही बढ़िया होई।
अब हमार बात मानो त ई सब गाड़ी-घोड़ा बड़ा लोग के चोचला ह। हम गरीब लोग त बस इतना जाने ह कि काम करो, रोटी खाओ और चैन से रहो। ई “spank amg” खरीदे से अच्छा है कि खेत खरीद लो, बैल खरीद लो, और खेती करो। ई से पेट भी भरी और इज्जत भी मिली।
लेकिन सुना है कि बड़ा शहर मा ई गाड़ी बहुत चलत ह। अब बड़ा शहर मा का होत ह ई हम का जाने। हम त गांव के आदमी ह, गांव में ही ठीक ह। ई “spank amg” शहर मा चले दो, हम त अपने बैलगाड़ी मा ही खुश ह।
अंत में हम यही कहब कि गाड़ी चाहे कौनों होए, चले के काम आवे बस। चाहे “spank amg” होए चाहे बैलगाड़ी, मंजिल तक पहुंचा दे बस। और हाँ, गाड़ी धीरे चलाओ, सुरक्षित रहो। ज्यादा तेज चलाओगे तो एक्सीडेंट हो जाएगा। और एक्सीडेंट हो जाएगा तो अस्पताल पहुंच जाओगे। और अस्पताल पहुंच जाओगे तो खर्चा बहुत हो जाएगा। ईसे अच्छा धीरे चलाओ और सुरक्षित रहो।