अरे हाँ, सुना है कि आज नासकार रेस है। मगर मुझे क्या पता कब और कौन से चैनल पे दिखाएँगे? मैं तो गाँव की सीधी-सादी औरत हूँ, ये टीवी-वीवी का चक्कर ज्यादा समझती नहीं। लेकिन हाँ, हमारे लड़के को पता होगा, वो बड़ा होशियार है, ये सब जानता है।
नासकार रेस कब है? ये तो पता करना पड़ेगा। सुना है, आजकल सब कुछ मोबाइल पे मिल जाता है। लेकिन हम ठहरे पुराने लोग, हमको तो टीवी ही ठीक लगता है। वो जो बड़ा सा बक्सा है ना, जिसमें रंग-बिरंगी तस्वीरें चलती हैं, वही।
- पहले तो ये पता करना पड़ेगा कि रेस है भी कि नहीं। कई बार तो ऐसे ही अफवाह उड़ा देते हैं लोग।
- फिर पता करना पड़ेगा कि कौन से चैनल पे आएगा। हमारे यहाँ तो गिनती के चैनल आते हैं। एक तो वो दूरदर्शन, जिसपे गाँव-घर की बातें दिखाते हैं, और एक दो और हैं।
- और हाँ, ये भी जानना ज़रूरी है कि कितने बजे आएगा। हमको तो जल्दी सोने की आदत है। रात को ज़्यादा देर तक जाग नहीं सकते।
देखो, हमारे गाँव में तो ज़्यादातर लोग खेती-बाड़ी करते हैं। उनको ये नासकार-वासकार से क्या मतलब? लेकिन हाँ, जो जवान लड़के हैं, उनको बड़ा शौक है इन सब चीज़ों का। मोटर-गाड़ी, रेस-वेस, ये सब उनको बहुत पसंद आता है। हमारे लड़के को भी बहुत शौक है। वो तो हमेशा टीवी से चिपका रहता है। कहता है, “अम्मा, ये नासकार रेस तो बड़ी मज़ेदार होती है। गाड़ियाँ इतनी तेज़ भागती हैं, देख के मज़ा आ जाता है।”

कौन से चैनल पे आएगा नासकार रेस? ये भी एक बड़ा सवाल है। हमारे यहाँ तो ज्यादातर हिंदी चैनल ही देखते हैं लोग। लेकिन सुना है कि ये नासकार रेस तो अंग्रेजी में आती है। अब हम ठहरे अनपढ़ लोग, हमको अंग्रेजी कहाँ समझ आएगी? लेकिन हाँ, हमारे लड़के को थोड़ी-बहुत अंग्रेजी आती है। वो स्कूल गया था ना कुछ दिन, तो थोड़ी-बहुत सीख गया।
अच्छा सुनो, एक बात और। ये नासकार रेस कितने बजे खत्म होगी, ये भी पता करना पड़ेगा। नहीं तो पता चला कि हम देखते ही रह गए और सुबह उठ के खेत पे भी नहीं जा पाए। फिर घर कैसे चलेगा? हमको तो मेहनत-मज़दूरी करके ही पेट पालना पड़ता है। ये रेस-वेस तो अमीरों के शौक हैं। हम गरीब लोग तो बस दो वक़्त की रोटी के लिए ही जीते हैं।
आज नासकार रेस है, ये तो पक्का है। लेकिन कब और कौन से चैनल पे, ये अभी तक पता नहीं चला। देखना पड़ेगा, पता करना पड़ेगा। नहीं तो हमारे लड़के से पूछना पड़ेगा। वो सब जानता है। और हाँ, ये भी पता करना पड़ेगा कि रेस कितनी देर तक चलेगी। नहीं तो रात को नींद खराब हो जाएगी। और हाँ, ये भी पता करना जरूरी है कि रेस कौन जीत रहा है। हमारे लड़के को बड़ा शौक है ये सब जानने का। वो तो हर रेस के बारे में पूरी जानकारी रखता है।
चलो, अब मैं जाती हूँ। बहुत काम पड़ा है। घर का काम, खेत का काम, कभी खत्म ही नहीं होता। और हाँ, तुमको अगर पता चले कि नासकार रेस कब और कौन से चैनल पे आएगा, तो मुझे ज़रूर बताना। मैं भी देखना चाहती हूँ। सुना है, बड़ी मज़ेदार होती है।
आखिर में, नासकार रेस का समय और चैनल पता करना उतना भी मुश्किल नहीं है। आजकल इंटरनेट पर सारी जानकारी मिल जाती है। अगर आपके पास स्मार्टफ़ोन है, तो गूगल पर सर्च करके देख सकते हैं। या फिर टीवी पर आने वाले स्पोर्ट्स चैनल के कार्यक्रम गाइड में भी जानकारी मिल जाएगी। वैसे भी, आजकल तो कई सारे ऐप्स भी आ गए हैं जो स्पोर्ट्स इवेंट्स की लाइव कवरेज देते हैं। तो, परेशान होने की कोई बात नहीं है। अगर रेस देखने का मन है, तो कोई न कोई जुगाड़ तो हो ही जाएगा।
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