अरे यारों, क्या हालचाल? आज मैं आप लोगों के साथ एक अजीबोगरीब चीज़ शेयर करने वाला हूँ जो मैंने कुछ दिन पहले देखी थी। हुआ यूँ कि मैं अपने मोहल्ले में टहल रहा था, और मैंने देखा कि कुछ बुजुर्ग लोग वॉकर का इस्तेमाल कर रहे थे। अब इसमें अजीब क्या था? अजीब ये था कि उनके वॉकर के पैरों में टेनिस बॉल लगी हुई थी! हाँ, वही पीली-हरी टेनिस बॉल जो हम खेलते वक्त इस्तेमाल करते हैं।
मैं देखकर चौंक गया, भाई! मैंने सोचा, “ये क्या चक्कर है? क्या ये कोई नया फैशन है?” मैं अपनी जिज्ञासा को रोक नहीं पाया और उनमें से एक बुजुर्ग के पास जाकर पूछ ही लिया, “अंकल जी, ये वॉकर में टेनिस बॉल क्यों लगाई है?”
उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “बेटा, ये टेनिस बॉल वॉकर को आसानी से चलाने में मदद करती हैं। ये ज़मीन पर घर्षण कम करती हैं, जिससे वॉकर को धक्का देना आसान हो जाता है।”

मैंने सोचा, “वाह! ये तो कमाल का जुगाड़ है!” फिर मैंने उनसे और भी सवाल पूछे, जैसे कि ये बॉल वॉकर में कैसे लगाई जाती हैं, और क्या इससे वॉकर ज़्यादा ऊँचा तो नहीं हो जाता।
उन्होंने मुझे सब कुछ बड़े प्यार से समझाया। उन्होंने बताया कि बॉल में एक चीरा लगाकर उसे वॉकर के पैर में फंसाया जाता है। और नहीं, इससे वॉकर ज़्यादा ऊँचा नहीं होता, बस थोड़ा सा, जो कि ज़्यादातर लोगों के लिए आरामदायक ही होता है।
इसके बाद तो मैंने भी अपने दादाजी के वॉकर में टेनिस बॉल लगाने का फैसला कर लिया।
- सबसे पहले, मैंने बाज़ार से चार टेनिस बॉल खरीदीं।
- फिर, मैंने हर बॉल में एक चीरा लगाया, इतना बड़ा कि वॉकर का पैर उसमें आराम से फिट हो जाए।
- मैंने एक-एक करके चारों बॉल को वॉकर के पैरों में फंसा दिया।
बस हो गया! अब दादाजी का वॉकर भी मक्खन की तरह चलने लगा। दादाजी भी खुश और मैं भी खुश।
तो दोस्तों, ये थी मेरी आज की कहानी। अगर आपके घर में भी कोई बुजुर्ग वॉकर का इस्तेमाल करते हैं, तो आप भी ये टेनिस बॉल वाला जुगाड़ आज़मा सकते हैं। यकीन मानिए, इससे उन्हें काफी आराम मिलेगा।
अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर ज़रूर करें। अगली बार फिर मिलूँगा, तब तक के लिए, खुश रहिए और स्वस्थ रहिए!