क्या स्क्वैश का रैकेट टेनिस जैसा ही होता है?
अरे हाँ, सुनो भई, आज कल के छोरे-छोरियाँ सब खेल-कूद में लागे रहते हैं। हमरे ज़माने में तो ऐसा कुछ था नहीं। लेकिन हाँ, मैंने सुना है कि एक खेल होता है स्क्वैश, और एक होता है टेनिस। अब ये दोनों का रैकेट एक जैसा होता है कि नहीं, ये तो मुझे नहीं पता। लेकिन हाँ, मैं तुम्हें अपने देसी भाषा में समझा सकती हूँ जितना मुझे समझ में आया है।
देखो भई, स्क्वैश और टेनिस दोनों ही रैकेट से खेले जाते हैं। लेकिन फर्क तो होगा ही ना। जैसे कि, स्क्वैश का रैकेट कुछ छोटा होता है टेनिस के रैकेट से। अब कितना छोटा होता है ये तो नाप-तौल के ही पता चलेगा। लेकिन हाँ, छोटा होता है इतना तो मैंने भी सुना है।

अब सुनो, स्क्वैश तो पहले फ्रांस में खेला जाता था। और हाँ, ये दीवार के साथ खेलते हैं। मतलब गेंद को दीवार पर मारते हैं, फिर वो वापस आती है तो फिर मारते हैं। ऐसा कुछ होता है। टेनिस में तो ऐसा नहीं होता ना। टेनिस तो खुले मैदान में खेलते हैं, जहाँ बीच में जाल लगा होता है। तो हाँ, दोनों में फर्क तो है ही।
लोग कहते हैं कि टेनिस सीखने में ज़्यादा मुश्किल है। स्क्वैश में तो गेंद दीवार से टकरा के वापस आ जाती है, ज़्यादा भागना नहीं पड़ता। लेकिन टेनिस में तो इधर-उधर भागना पड़ता है बहुत। तो हाँ, टेनिस सीखना थोड़ा मुश्किल तो है ही।
- रैकेट का आकार: स्क्वैश का रैकेट टेनिस के रैकेट से छोटा होता है।
- खेलने का तरीका: स्क्वैश दीवार के साथ खेला जाता है, टेनिस खुले मैदान में जाल के साथ खेला जाता है।
- सीखने में आसानी: टेनिस सीखने में स्क्वैश से ज़्यादा मुश्किल होता है।
मैंने सुना है कि टेनिस का रैकेट लंबा-चौड़ा होता है। उसकी लंबाई लगभग 73.7 सेंटीमीटर होती है और चौड़ाई 31.7 सेंटीमीटर। अब इतना लंबा-चौड़ा रैकेट लेकर स्क्वैश खेलोगे तो कैसे चलेगा? स्क्वैश के लिए तो छोटा रैकेट ही चाहिए ना, ताकि जल्दी-जल्दी मार सको।
कोई पूछता है कि क्या टेनिस के रैकेट से स्क्वैश खेल सकते हैं? अरे भाई, खेल तो सकते हो, लेकिन मज़ा नहीं आएगा। जैसे कि, अगर तुम्हें रोटी बनानी है तो तवा चाहिए ना, कढ़ाई में रोटी थोड़ी ना बनाओगे? तो हाँ, जिस खेल का जो रैकेट है, उसी से खेलो तो अच्छा रहेगा। छोटे रैकेट से जल्दी-जल्दी मार सकते हो, और हाँ, कंट्रोल भी अच्छा रहता है।
स्क्वैश को स्क्वैश टेनिस भी बोलते हैं। ये भी सुना है मैंने। अब नाम कुछ भी हो, खेल तो खेल ही होता है ना। लेकिन हाँ, स्क्वैश और टेनिस में फर्क तो है ही। दोनों के रैकेट में भी फर्क है, और हाँ, खेलने के तरीके में भी फर्क है।
स्क्वैश कोर्ट भी अलग होता है। चारों तरफ दीवारें होती हैं, और हाँ, फर्श लकड़ी का होता है। और हाँ, आज कल तो कांच की दीवारें भी बनाते हैं ताकि लोग देख सकें। टेनिस का कोर्ट तो खुला होता है, और हाँ, जाल लगा होता है बीच में।

तो हाँ, स्क्वैश का रैकेट टेनिस जैसा नहीं होता है। दोनों में फर्क होता है। जैसे कि, हर चीज का अपना-अपना नाम होता है ना? आम को आम ही कहेंगे ना, इमली तो नहीं कह सकते। वैसे ही, स्क्वैश का रैकेट स्क्वैश का रैकेट ही रहेगा, और टेनिस का रैकेट टेनिस का रैकेट ही रहेगा। समझ गए ना? बस इतना ही जानती हूँ मैं तो। अब ज़्यादा मत पूछना।