अरे हाँ, सुनो सुनो, ई टेनिस कोर्ट और पिकलबॉल कोर्ट ना, एक जैसा होत है कि नाहीं, चलो देखते हैं।
टेनिस कोर्ट का बात
देखो भई, टेनिस कोर्ट ना बड़ा लम्बा चौड़ा मैदान होता है। एकदम आयताकार, जैसे खेत नहीं होता वैसा। अब ई मैदान भी कई तरह का होता है। कोई घास वाला, कोई मिट्टी वाला, कोई सीमेंट वाला। लेकिन हाँ, सब में नाप जोख बराबर रहत है। लंबाई ज्यादा, चौड़ाई कम। एकदम सीधा सपाट, ताकि गेंद बढ़िया उछले।

अब सुनो, टेनिस कोर्ट में ना लाइन खींचा रहत है। एकदम सीधा-सीधा, सफेद रंग से। ई लाइन से पता चलत है कि किधर खेलना है, किधर नहीं। बीच में एक नेट भी बांधा रहत है, ऊंचा सा। गेंद को ना इसी नेट के ऊपर से मारना होत है। अगर गेंद नेट में फंस गई या बाहर चली गई तो समझो पॉइंट गया।
टेनिस ना अकेले भी खेल सकते हैं और दो-दो जने मिल के भी। अकेले खेलेंगे तो थोड़ा कम जगह में खेलेंगे। दो जने मिल के खेलेंगे तो थोड़ा ज्यादा जगह में खेलेंगे। लेकिन हाँ, कोर्ट वही रहत है, बस लाइन थोड़ा इधर-उधर हो जात है।
पिकलबॉल कोर्ट कैसा होत है
अब सुनो, ई पिकलबॉल कोर्ट ना टेनिस कोर्ट से थोड़ा छोटा होत है। एकदम बैडमिंटन कोर्ट जितना बड़ा, समझ लो। ई भी आयताकार होत है, लेकिन टेनिस कोर्ट से छोटा। ई में भी बीच में नेट बंधा रहत है, लेकिन थोड़ा नीचा। टेनिस वाला नेट ऊंचा रहत है, ई वाला थोड़ा नीचा।
- पिकलबॉल कोर्ट में भी लाइन खींचा रहत है, सफेद रंग से।
- ई लाइन से पता चलत है कि किधर खेलना है, किधर नहीं।
- टेनिस की तरह ई में भी अकेले और दो-दो जने मिल के खेल सकते हैं।
फिर फर्क क्या है?
अब सुनो भई, फर्क तो है। सबसे बड़ा फर्क तो साइज का है। टेनिस कोर्ट बड़ा, पिकलबॉल कोर्ट छोटा। दूसरा फर्क नेट की ऊंचाई का है। टेनिस का नेट ऊंचा, पिकलबॉल का नेट नीचा। तीसरा फर्क ई है कि टेनिस ना थोड़ा तेज खेला जात है, पिकलबॉल थोड़ा धीरे। टेनिस में गेंद ज्यादा उछलत है, पिकलबॉल में कम उछलत है।

तो एक जैसा है कि नहीं?
देखो भई, पूरी तरह से एक जैसा तो नहीं है। लेकिन हाँ, कुछ समानताएं जरूर हैं। दोनों आयताकार कोर्ट में खेले जाते हैं। दोनों में बीच में नेट होता है। दोनों में लाइनें खींची होती हैं। दोनों में रैकेट से गेंद को मारना होता है। इसलिए कह सकते हैं कि थोड़ा-थोड़ा एक जैसा है, लेकिन पूरी तरह से नहीं। जैसे कि आम और अमरूद, दोनों फल हैं, लेकिन दोनों का स्वाद अलग-अलग होत है ना, वैसे ही समझ लो।
कौन सा खेल खेलें?
अब सुनो, ई तो अपने-अपने पसंद का बात है। अगर तेज खेलना है, ज्यादा भागना-दौड़ना है तो टेनिस खेलो। अगर थोड़ा धीरे खेलना है, कम भागना-दौड़ना है तो पिकलबॉल खेलो। दोनों खेल बढ़िया हैं, मजेदार हैं। बुजुर्ग लोग ना ज्यादातर पिकलबॉल खेलत हैं, काहे कि ई में ज्यादा भागना-दौड़ना नहीं पड़ता। जवान लोग टेनिस भी खेल सकते हैं और पिकलबॉल भी।
चलते-चलते
तो भई, समझ गए ना, टेनिस कोर्ट और पिकलबॉल कोर्ट थोड़ा अलग होत है, थोड़ा एक जैसा भी होत है। अब अगली बार जब कोई पूछे ना, तो बता देना। और हाँ, खेलो जरूर, चाहे टेनिस खेलो, चाहे पिकलबॉल खेलो, सेहत के लिए अच्छा रहत है। खेलना जरूरी है, चाहे जवान हो चाहे बूढ़ा।
