नमस्ते दोस्तों, आज मैं आप लोगों के साथ एक मजेदार खोज के बारे में बात करना चाहता हूं। आप तो जानते ही हैं, मैं हमेशा से खेलों का दीवाना रहा हूं, और टेनिस मेरा पसंदीदा है। तो, बस ऐसे ही एक दिन मैं बैठा सोच रहा था कि किस टेनिस खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा रैकेट तोड़े होंगे? बस, इसी सवाल ने मुझे एक मजेदार खोज में डाल दिया।
मैंने तुरंत अपना लैपटॉप खोला और गूगल पर सर्च करना शुरू कर दिया। मैंने सोचा, शायद नोवाक जोकोविच या रोजर फेडरर जैसे बड़े नाम होंगे, क्योंकि वे तो इतने सालों से खेल रहे हैं! लेकिन, फिर मैंने सोचा, अरे नहीं, राफेल नडाल भी तो हैं, उनका गुस्सा भी कम नहीं है! तो मैंने “which tennis player has broken most rackets” टाइप किया और एंटर दबा दिया।
खोज परिणामों ने मुझे थोड़ा चौंका दिया।

- सबसे पहले तो, नडाल का नाम कहीं नहीं था! पता चला, उन्होंने अपने पूरे करियर में एक भी रैकेट नहीं तोड़ा! वाह, क्या संयम है!
- फिर, मुझे पता चला कि फेडरर ने भी सिर्फ 5 रैकेट तोड़े हैं। ये भी कमाल है!
- लेकिन, असली धमाका तो तब हुआ जब मुझे पता चला कि इस मामले में जोकोविच सबसे आगे हैं, उन्होंने 62 रैकेट तोड़े हैं! 62!
अब, ये तो हुई आंकड़ों की बात, लेकिन इस खोज में मुझे और भी मजेदार बातें पता चलीं। जैसे कि, मारत साफिन नाम के एक खिलाड़ी थे, जो अपने गुस्से के लिए जाने जाते थे। उन्होंने 1999 में ही 48 रैकेट तोड़ दिए थे! 48! ये तो हद ही हो गई!
निष्कर्ष:
तो दोस्तों, इस खोज से मुझे ये सीख मिली कि बड़े खिलाड़ी सिर्फ अपनी जीत के लिए ही नहीं, बल्कि अपने गुस्से को काबू में रखने के लिए भी जाने जाते हैं। नडाल और फेडरर इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। और जोकोविच? खैर, वो तो बस जोकोविच हैं! 😜
उम्मीद है आपको ये जानकारी मजेदार लगी होगी। मिलते हैं अगले पोस्ट में, तब तक के लिए, अपना ख्याल रखें और हाँ, रैकेट कम तोड़ें! 😉